Sehore Jansunvai: सीहोर जिले के ग्राम ककरदा, तहसील रेहटी के नंदलाल जाट ने जनसुनवाई में आवेदन देकर बताया कि खसरा नंबर 109/1(5), रकबा 0.65 हेक्टेयर भूमि उनके परिवार के चार सदस्यों के नाम पर थी। रेलवे परियोजना (Sehore Jansunvai) के लिए यह ज़मीन अधिग्रहित की गई।
मूलचंद जाट और श्यामबाई जाट को 1.30 लाख रुपए मुआवज़ा मिल चुका है, लेकिन नंदलाल और साधना जाट को अभी तक भुगतान नहीं मिला है। नंदलाल ने कलेक्टर बालागुरू के. से न्याय की गुहार लगाई है।
कीटनाशक से 14 एकड़ सोयाबीन फसल बर्बाद
ग्राम डाबरी के किसान ने शिकायत (Sehore Jansunvai) की कि 18 जुलाई 2025 को उन्होंने बालाजी कृषि सेवा केंद्र, अलीपुर आष्टा से 10,990 रुपए की कीटनाशक दवा खरीदी। दवा डालते ही 14 एकड़ सोयाबीन फसल नष्ट हो गई।
जब किसान ने दुकानदार से शिकायत की तो उल्टा उसे धमकाया गया। किसान ने आवेदन देकर दवा की जांच और दुकानदार पर कार्रवाई की मांग की है।
भैरूंदा में डॉक्टर पर गलत इलाज का आरोप
भैरूंदा निवासी अशोक कुमार ने बताया कि भोपाल रोड स्थित एक थेरेपी सेंटर में इलाज के दौरान उन्हें गलत दवाएं दी गईं और बाहर की दवाओं के लिए मजबूर किया गया।
शिकायत (Sehore Jansunvai) पर क्लीनिक को सील किया गया, लेकिन दो दिन बाद ही ताला तोड़कर क्लीनिक दोबारा चालू कर दिया गया। अशोक ने दोबारा शिकायत करते हुए मांग की कि क्लीनिक की पुनः जांच की जाए।
जनसुनवाई में शामिल प्रमुख बिंदु
समस्या | संबंधित व्यक्ति | स्थान | कार्रवाई की स्थिति |
---|---|---|---|
भूमि मुआवज़ा नहीं मिला | नंदलाल जाट | ककरदा | मुआवज़ा वितरण में भेदभाव की शिकायत |
फसल नष्ट | अज्ञात किसान | डाबरी | कीटनाशक की जांच की मांग |
गलत इलाज | अशोक कुमार | भैरूंदा | क्लीनिक पुनः सील करने की मांग |