Sehore News: सीहोर (Sehore) जिले में बुधवार को करीब 400 कीटनाशक विक्रेताओं (Pesticide Dealers) ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि कृषि विभाग और केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा (Sehore News) बनाए गए नियम और जांच कार्रवाई न सिर्फ कठोर हैं बल्कि असमान भी हैं।
प्रदर्शन की मुख्य वजहें
विभागीय सैंपल फेल होने पर एफआईआर और लाइसेंस निलंबन
POS मशीनों की तकनीकी समस्याएं
रासायनिक खाद के सीमित आवंटन की नीति
रैली और सड़क जाम, प्रशासन पर दबाव
भोपाल नाका स्थित राजाभोज (Sehore News) गार्डन में एकत्रित होकर व्यापारी खाद, बीज, दवा व्यापारी एसोसिएशन के बैनर तले रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां उन्होंने डिप्टी कलेक्टर आनंद रजावत और कृषि अधिकारी अशोक उपाध्याय को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन के चलते भोपाल-इंदौर फोरलेन का एक हिस्सा बंद हो गया, जिससे बार-बार जाम की स्थिति बनी रही।
तकनीकी दिक्कतें और असमान आवंटन
विक्रेताओं का कहना है कि नई POS मशीनों में सर्वर डाउन की समस्या लगातार बनी रहती है, जिससे स्टॉक का समय पर मिलान नहीं हो पाता।
केवल 30% रासायनिक खाद का आवंटन निजी विक्रेताओं को
शेष 70% खाद शासकीय संस्थानों को दे दी जाती है
सील पैक माल होने के बावजूद सैंपल फेल?
विक्रेताओं का तर्क है कि वे सरकार (Sehore News) द्वारा मान्यता प्राप्त कंपनियों से ही सील पैक माल खरीदते हैं और बिना किसी बदलाव के किसानों को बेचते हैं। बावजूद इसके, जब सैंपल लैब में फेल हो जाते हैं, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाती है, जो अनुचित और अन्यायपूर्ण है।
विक्रेताओं की चेतावनी
यदि मांगें पूरी नहीं की गईं, तो व्यापारी प्रदेश स्तरीय आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं और प्रतिष्ठान अनिश्चितकाल के लिए बंद कर सकते हैं।
विक्रेताओं की प्रमुख मांगें
विभागीय कार्रवाई से पहले सुनवाई का अवसर मिले
POS मशीनों की तकनीकी समस्याएं दूर की जाएं
खाद आवंटन में समानता लाई जाए
सैंपल फेल होने पर विक्रेता नहीं, कंपनी जिम्मेदार हो
जांच प्रक्रिया पारदर्शी बनाई जाए