Sickle Cell Eradication: मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सिकल सेल एनीमिया जैसे आनुवंशिक रोगों के उन्मूलन के लिए जेनेटिक काउंसलिंग और सामुदायिक जागरूकता को महत्वपूर्ण बताया। राजभवन में आयोजित एक समीक्षा बैठक (Sickle Cell Eradication) की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि इस रोग को रोकने के लिए वैवाहिक और गर्भधारण संबंधी सावधानियों के बारे में लोगों को शिक्षित करना आवश्यक है।
राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Eradication) एक गंभीर आनुवंशिक बीमारी है, जो लगभग 21 प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। इसके नियंत्रण के लिए जेनेटिक काउंसलिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस कार्य में पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय नेताओं को शामिल कर समुदाय का सहयोग प्राप्त किया जाए। साथ ही, गर्भवती महिलाओं की सिकल सेल जांच और नवजात शिशुओं के टीकाकरण के लिए आंगनवाड़ियों को सक्रिय किया जाए।
आयुष और वन औषधियों का उपयोग
राज्यपाल ने सिकल सेल रोगियों (Sickle Cell Eradication) के इलाज में आयुष पद्धतियों और वन औषधियों के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के जंगलों में प्रचुर मात्रा में जड़ी-बूटियां उपलब्ध हैं, जिनके प्रभावी उपयोग से रोगियों को लाभ पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने इस दिशा में शोध और प्रमाणीकरण कार्य को तेज करने का आह्वान किया।