Bhindi Ki Kheti Kaise Karen: बालाघाट (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश का बालाघाट जिला धान उत्पादन के लिए मशहूर है, जिसे “धान का कटोरा” कहा जाता है। लेकिन यहां के एक प्रगतिशील किसान देवी प्रसाद कावरे ने रबी सीजन में भिंडी (Bhindi Ki Kheti Kaise Karen) की खेती करके नई मिसाल कायम की है। उनकी इस पहल से न केवल नियमित आय हो रही है, बल्कि धान की तुलना में दोगुना मुनाफा भी मिल रहा है।
भिंडी की खेती से क्यों बेहतर है धान?
देवी प्रसाद बताते हैं कि 30 डिसमिल जमीन पर धान की खेती से महज ₹6,900 की आमदनी होती है, जबकि भिंडी की खेती से उन्हें ₹15,000 से अधिक का मुनाफा होता है। सबसे बड़ा फायदा यह है कि भिंडी से लगातार आय मिलती रहती है, जबकि धान से एकमुश्त पैसा आता है।
कब होती है बुवाई और कटाई?
फरवारी में रोपाई
अप्रैल से तुड़ाई शुरू
अप्रैल में भाव ₹40/किलो तक, मई के बाद घटकर ₹10/किलो हो जाता है
आधुनिक तकनीक से खेती, मल्चिंग से बचाई लागत
देवी प्रसाद ने भिंडी की खेती में आधुनिक विधियों का इस्तेमाल किया:
मिट्टी पलट हल और रोटावेटर से जुताई
पॉलीथिन मल्चिंग से खरपतवार नियंत्रण
नमी संरक्षण से सिंचाई की बचत
ग्लव्स पहनकर तुड़ाई, जिससे गुणवत्ता बनी रहती है
किसानों के लिए प्रेरणा
देवी प्रसाद की सफलता से स्थानीय किसानों को एक नई दिशा मिली है। उनका कहना है कि पारंपरिक फसलों के साथ सब्जियों की खेती भी किसानों की आय बढ़ाने का बेहतर विकल्प है।