रिपोर्ट: संजीत धुर्वे
Kubereshwar Dham Accident: मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के शहर में स्थित कुबेरेश्वर धाम में हर साल हादसे हो रहे हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा इस साल भी कावड़ यात्रा का आयोजन किया। जिसमें देशभर से करीब 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे।
6 जुलाई को निकलने वाली सीवन नदी से कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham Accident) तक कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए दो दिन पहले से ही श्रद्धालु पहुंच गए। 5 जुलाई को कुबेरेश्वर धाम में रुद्रक्ष वितरण कार्यक्रम में फिर भगदड़ मच गई और दो महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। पिछले चार सालों में यहां 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
जी हां इस घटना को आप हादसा कहेंगे या हत्या?
जिस तरह से आत्महत्या के लिए उकसाना एक तरह से हत्या (Kubereshwar Dham Accident) की श्रेणी में आता है।
ठीक उसी तरह क्या कुबेरेश्वर धाम में जिम्मेदारों की लापरवाही से हुई श्रद्धालुओं की मौत क्या हत्या की श्रेणी में आएगा। यह सबसे बड़ा सवाल है।
हादसे और हत्या का जिम्मेदार प्रबंधन
मैं हत्या इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि इस हादसे (Kubereshwar Dham Accident) का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ कुबेरेश्वर धाम प्रबंधन हैं। कुबेरेश्वर धाम में पिछले चार साल से जब भी आयोजन होता है लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। साल 2022 से अब तक 6 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए हैं। हर साल यहां हादसे हो रहे हैं, इसके बाद भी प्रबंधन ने कोई सबक नहीं लिया।
आयोजन स्थल पर फैली अव्यवस्था
आयोजन स्थल कुबेरेश्वर धाम में अव्यवस्था फैली हुई है। यहां श्रद्धालुओं (Kubereshwar Dham Accident) के लिए खास इंतजाम नहीं है। इससे श्रद्धालु परेशान हो रहे हैं। सीहोर वाले बाबा अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में फिर से हादसा हुआ है।
