Sagar News: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सागर (Sagar News) में काम स्टार्ट हो गया है। गढ़पहरा के इलाके में करीब 500 हेक्टेयर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया जाएगा। नेशनल हाईवे के इलाके में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने जमीन तय कर ली गई है। इसके साथ ही आरक्षित करने की प्रोसेस शुरू हो गई है।
जमीन आवंटन के बाद जमीनी स्तर पर काम स्टार्ट होगा। योजना का उद्देश्य विनिर्माण, कृषि-प्रसंस्करण, सेवाओं और निर्यात करने वाली ईकाइयों में निवेश कर प्रोत्साहित करना है। इसके साथ ही जिले में बड़े उद्योग तैयार करना है।
300 हेक्टेयर जमीन आरक्षित करने विज्ञापन जारी
सागर (Sagar News) में रिछोड़ा-गढ़पहरा के इलाके में 300 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की जाएगी। इसके लिए विज्ञापन जारी किया है। इसके बाद इसे औद्योगिक विकास निगम दे देंगे। निगम के नाम जमीन होने के उपरांत उद्योंगो को लगाने के लिए दी जाएगी।
एक साल में काम पूरा करने का तय किया लक्ष्य
स्मार्ट सिटी परियोजना (Sagar News) के तहत बन रहे औद्योगिक कॉरिडोर का काम 2025 तक होगा। इसके लिए एक साल का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके विकास के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक से लोन भी लिया है। केंद्र सरकार अलग-अलग इंडस्ट्रियल क्षेत्रों को जोड़ने सड़क, रेल और जलमार्ग के जरिए यह कॉरिडोर तैयार करने जा रही है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक विकास और रोजगार क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
रोजगार के नए अवसर खुलेंगे
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। इसका लाभ एमपी (Sagar News) को ज्यादा मिलेगा। इस कॉरिडोर का 70 प्रतिशत हिस्सा एमपी में है। इसका लाभ यह मिलेगा कि प्रदेश में कई औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने के रास्ते खुल जाएंगे। वहीं विकास के साथ—साथ रोजगार के भी नए अवसर खुल जाएंगे। उद्योग लगने के बाद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो जाएगा।
इस तरह से तैयार किया जाएगा कॉरिडोर
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (Sagar News) का निर्माण इस तरह से किया जा रहा है कि इससे शहरी कनेक्टिविटी आसानी से हो सकें। इसके लिए दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर सागर से बीना, विदिशा,
भोपाल, रायसेन, सिहोर, नर्मदापुरम से बैतूल व बैतूल से वाया काटोल, नागपुर तक बनेगा। इस रूट में एमपी के 150 किमी का दायरा आ रहा है। इसमें मप्र के 13 नगर और करीब 32 औद्योगिक क्षेत्र आ रहे हैं। इससे नए क्षेत्र भी विकसित होने की संभावना है।