Sehore News: सीहोर जिला पंचायत सभाकक्ष में जिला पंचायत अध्यक्ष रचना सुरेंद्र मेवाड़ा (Zila Panchayat Adhyaksh Rachna Surendra Mewada) की अध्यक्षता में जिला पंचायत (Sehore News) की सामान्य सभा (Zila Panchayat General Meeting) आयोजित की गई। बैठक में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क प्राधिकरण, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, जनजातीय कार्य विभाग समेत अन्य विभागों की प्रगति और योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य विजेंद्र उइके (Zila Panchayat Sadasya Vijendra Uike) ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठाया और कहा कि इन पर तत्काल कार्यवाही की आवश्यकता है।
शिक्षा से जुड़े मुद्दे (Education Issues)
शिक्षा विभाग (Sehore News) पर चर्चा करते हुए बिजेंद्र उइके (Bijendra Uikey)ने कहा कि बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण पढ़ाई, साफ पानी, ड्रेस, खेल सामग्री और समय पर पुस्तक वितरण मिलना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों की कमी दूर करने, स्कूल मरम्मत और RTE 2023-24 का फंड (RTE 2023-24 Fund) जल्द रिलीज करने की मांग की।
महिला एवं बाल विकास (Women and Child Development)
बैठक में यह भी मुद्दा उठाया गया कि जिले की कई आंगनबाड़ी जर्जर हो चुकी हैं। उइके ने कहा कि ऐसी आंगनबाड़ियों (Sehore News) को तुरंत तोड़ा जाए और नई इमारतें बनाई जाएं। वैकल्पिक व्यवस्था होने तक बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
कृषि संबंधी समस्याएं (Agriculture Issues)
किसानों की समस्याओं को रखते हुए, उन्होंने खाद (Sehore News) की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने और ब्लैक मार्केटिंग (Black Marketing) पर रोक लगाने की मांग की। इससे किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध हो सकेगा।
सड़क और अधोसंरचना (Roads and Infrastructure)
बैठक में खराब सड़कों की जांच (Sehore News) कराने और नई सड़कें बनाने पर भी चर्चा हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें खराब हालत में हैं जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है।
छात्रावास व्यवस्था (Hostel Management)
छात्रावासों से जुड़े मुद्दे रखते हुए बिजेंद्र उइके ने कहा कि छात्रों (Sehore News) के लिए नए गद्दे, कंबल, गुणवत्तापूर्ण भोजन और नियमित सफाई की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही स्कॉलरशिप (Scholarship) और आवास संबंधी समस्याओं का भी समाधान होना चाहिए।
बैठक में दिए गए निर्देश
जिला पंचायत अध्यक्ष (Sehore News) और उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ब्लॉक और ग्राम स्तर के जनप्रतिनिधियों के साथ नियमित बैठकें करें। विभागीय योजनाओं का प्रभावी संचालन हो और प्रगति की जानकारी भी जनप्रतिनिधियों को समय-समय पर दी जाए।