Budni By-Election: मध्य प्रदेश के बुदनी विधानसभा में उपचुनाव का बिगुल बज चुका है। जहां नामांकन की प्रक्रिया जारी है। इसी बीच बड़ी खबर सामने आई है। जहां से भारतीय आदिवासी पार्टी ने आदिवासी युवा नेता (Budni By-Election) साधना उईके को टिकट दिया है।
बुदनी उपचुनाव में बाप पार्टी की एंट्री से बीजेपी और कांग्रेस का गिणत बिगड़ सकता है। जहां बीजेपी के रमाकांत भार्गव को टिकट मिलने के बाद विरोध के स्वर उठ रहे हैं तो वहीं कांग्रेस की भी कुछ ऐसी की स्थिति है। ऐसे में आदिवासी कैंडिडेट साधना उईके को टिकट मिलने से सियासी दाव में बड़ा उलटफैर चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकता है।
जानें कौन है साधना उईके
साधना उईके बुदनी विधानसभा (Budni By-Election) के नीलकछार गांव की रहने वाली है। पढ़ाई में स्नातक किया है और वर्तमान में एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। वह राजनीति के साथ ही आदिवास समाज और समुदाय की संस्कृति से जुड़े कार्यों में आगे रहती हैं। पहली बार साधना उईके को प्रसिद्धि तक मिली जब भोपाल में नगरीय निकाय चुनाव में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा। जहां साधना को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने टिकट दिया। हालांकि वे यहां से चुनाव हार गई, लेकिन समाज में अच्छी पैठ जमा ली। बुदनी क्षेत्र में वह आदिवासी समाज के कार्यक्रमों में हमेशा से सक्रिय रहीं।
जानें क्यों मिला बाप पार्टी से टिकट
मध्य प्रदेश में आदिवासी समाज की आवाज बनकर खड़ी रहने वाली साधना उईके ने कई आदिवासी (Budni By-Election) समाज और युवाओं के हित में होने वाले आंदोलनों में सक्रियता दिखाई। समाज की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम किया। बुदनी में क्षेत्र में आदिवासी समाज सक्रिय रहने के चलते भारीय आदिवासी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है।
बुदनी उपचुनाव के लिए साधना क्यों है अहम
बता दें कि बुदनी विधानसभा (Budni By-Election) सीट पर सबसे ज्यादा आदिवासी वोटर हैं। बुदनी विधानसभा की भैरूंदा तहसील और रेहटी तहसील में सबसे ज्यादा आदिवासी वोट हैं। वहीं साधना की सक्रियता आदिवासी वर्ग में ज्यादा है। इसका फायदा साधना को मिल सकता है। ऐसे में साधना के उम्मीदवार चुने जाने के बाद बीजेपी और कांग्रेस पार्टी का गणित गड़बड़ा सकता है। ऐसे में दोनों ही प्रमुख दलों को अब नए तरीके से अपनी रणनीति तैयार करना होगी।
बुदनी उपचुनाव में पिछली बार 2 लाख 33 हजार डले थे वोट
बता दें कि बुदनी विधानसभा (Budni By-Election) में वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम की बात करें तो यहां से पिछली बार पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एकतरफा चुनाव जीता था। उनके विदिशा से सांसद चुने जाने के बाद वे केंद्र में मंत्री बन गए और इस सीट से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद यहां उपचुनाव हो रहे हैं। यहां इस चुनाव में कुल 233314 वोट पड़े थे। इस विधानसभा सीट पर करीब ढाई लाख से ज्यादा वोटर हैं।