रिपोर्ट: विक्की वारिवा, भैरूंदा
Teachers Day 2024: शिक्षक दिवस के मौके पर हर स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी कड़ी में सीहोर जिले के भैरूंदा तहसील के अमीरगंज शासकीय शासकीय हाई स्कूल में भी छात्र—छात्राओं ने उत्साह से शिक्षक दिवस (Teachers Day 2024) कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ देश के पहले पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। शुभारंभ के बाद छात्र—छात्राओं ने अतिथियों और शिक्षकों का तिलक लगाकर स्वागत किया।
स्वण अक्षरों में लिखा इतिहास
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल (Teachers Day 2024) प्राचार्य सायमल बारेला ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन आजाद भारत के पहले उप राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। उनका नाम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया। वे दर्शनशास्त्र के बहुत बड़े ज्ञाता थे। उन्होंने भारतीय दर्शनशास्त्र में पश्चिमी सोच की शुरुआत की।
शिक्षक के रूप में थी अलग पहचान
राधाकृष्णन प्रसिद्ध शिक्षक (Teachers Day 2024) रहे थे। हमारे देश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई प्रयास किए। यही वजह है कि उनकी याद में हम हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाते हैं। 20वीं सदी के विद्वानों में उनका नाम सबसे उपर आता है। वे पश्चिमी सभ्यता से अलग, हिंदुत्व को देश में फैलाना चाहते थे।
हिंदुत्व को बढ़ावा देने का प्रयास
राधाकृष्णन ने हिंदू धर्म को भारत (Teachers Day 2024) और पश्चिम दोनों प्रसार करने का काम और प्रयास किया। वह दोनों सभ्यताओं को मिलाकर देश को विकास की ओर अग्रसर करना चाहते थे। इस बारे में वे सोचते थे कि शिक्षकों का दिमाग देश में सबसे श्रेष्ठ होना चाहिए। क्योंकि देश को बनाने में सबसे पहली भूमिका शिक्षकों की ही होती है। शिक्षक ही एक अच्छा इंसान गढ़ते हैं।