Sehore News: सीहोर। परोपकार, सेवा और समर्पण की प्रतिमूर्ति ब्रह्मलीन सेठ स्व. गेंदालाल राय ने सुदुर ग्रामीण अंचलों के गरीब जनमानस के हृदय में अमिट स्थान बनाया है। उनके संस्कारों से फलित पुत्र भी उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं। एक पिता के कर्म फूलों की सुगंध के रूप में सदैव समाज(Sehore News) में सुशोभित होते हैं। पिता के कर्मों का फल पुत्र को जरूर मिलता है।
जिले के ग्रामीणों के बीच आज भी सेठ जी के कई किस्से कहानियां प्रचलित हैं, जिसमें उनके द्वारा किए गए गरीब कल्याण के कार्य, सहयोग, दान एवं परोपकारी स्वभाव स्वत: ही परिलक्षित होता है। यह कहना है पुण्य स्मरण में जन सहयोग सेवा समिति सीहोर द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन के मुख्य अतिथि भाजपा नेता डॉ. राजकुमार मालवीय का।
भावुक हुए समाजसेवी अखिलेश राय
श्री मालवीय ने स्व. गेंदालाल राय के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए। नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। पिता को याद करते हुए उनके पुत्र सीहोर (Sehore News) जिले के समाजसेवी अखिलेश राय भावुक हो गए। उनकी आंखों से आंसू छलक आए। जन सहयोग सेवा समिति सीहोर, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् एवं राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई सीहोर द्वारा प्रतिवर्ष भांति क्रिसेंट के सभागार में सेठ स्व. गेंदालाल राय की स्मृति में विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
स्व. गेंदालाल राय के जीवन पर डाला प्रकाश
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ज्येष्ठ पुत्र राकेश राय (Sehore News) ने पिता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की, उन्हें श्रीचरणों में श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान डॉ. विजेंद्र जायसवाल द्वारा स्व. गेंदालाल राय के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके व्यक्तित्व और जनमानस की सेवा समर्पण और उनके द्वारा आम जन के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख किया। इसके साथ ही भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. विजेंद्र जायसवाल ने किया। आभार व्यक्त लक्ष्मण चौकसे ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से गीतकार हरिओम शर्मा दाऊ, समाजसेवी नीलेश राय, दिनेश भोपाली, कवि बाबू मोशाय, जोरावर सिंह, महामंडलेश्वर अजय पुरोहित सहित नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।