MP Kisan Protest: मध्य प्रदेश में “सस्ती बिजली, खाद और पानी की मांग को लेकर किसानों ने राजधानी में प्रोटेस्ट किया। आज किसानों ने “हम अपना अधिकार मांगते नहीं, किसी से भीख मांगते” जैसे नारों के साथ प्रदेश के हजारों किसान राजधानी भोपाल पहुंचे।
भारतीय किसान (MP Kisan Protest) संघ मध्यभारत प्रांत के नेतृत्व में शिवाजी नगर स्थित किसान संघ के प्रदेश कार्यालय के सामने किसानों ने प्रदर्शन किया। मध्यभारत प्रांत के 16 जिलों से आए किसान अपनी समस्याओं और मांगों को मंच से सरकार और प्रशासन के समक्ष रख रहे हैं।
किसानों ने राजधानी में निकाली रैली
किसानों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि जिला स्तर पर प्रशासनिक (MP Kisan Protest) व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार से किसान परेशान हो गए हैं। समस्याओं और मांगों के अनेक ज्ञापन देने के बावजूद कहीं कोई सुनवाई नहीं है। इसलिए मजबूरीवश किसानों को सरकार और प्रशासन से सीधा संवाद करने के लिए राजधानी भोपाल की सड़कों पर आकर अन्नदाता अधिकार रैली और वल्लभ भवन का घेराव कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
प्रशासनिक व्यवस्था से असंतुष्ट किसान
प्रांत अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान ने बताया कि किसान पटवारी (MP Kisan Protest) से लेकर जिला प्रशासन तक की प्रशासनिक कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए किसान संघ के नेतृत्व में भोपाल आकर किसान अपनी दस सूत्रीय मांगें और जिलों की अन्य समस्याओं के समाधान की मांग सरकार के समक्ष रख रहे हैं। किसानों (MP Kisan Protest) के इस प्रदर्शन में प्रदेशभर के किसानों के साथ अखिल भारतीय कार्यकारी अध्यक्ष रामभरोस वासोतिया, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटैल, क्षेत्र संगठन मंत्री महेश चौधरी, प्रांत संगठन मंत्री मनीष शर्मा, प्रदेश मंत्री जगराम सिंह, प्रांत महामंत्री शिवनंदन सिंह, कैलाश ठाकुर, पवन शर्मा, प्रचार प्रमुख राहुल धूत के साथ प्रदेश, प्रांत और जिलों के किसान संघ पदाधिकारी शामिल हैं।
किसानों की प्रमुख मांगें
फौती नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, बटांकन, ऑनलाइन रिकॉर्ड व नक्शा सुधारा हो।
हॉर्स पावर क्षमता वृद्धि वापस ली जाए, जले ट्रांसफार्मर व लाइनें समय सीमा में बदली जाए।
डीएपी, यूरिया खाद सहकारिता के माध्यम से नगद वितरण समय पर किया जाए।
मंडियों में फ्लेट कांटो से तुलाई कराई जाए। मंडी परिसर में ही भुगतान किया जाए।
नकली दूध बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो, गौ अभयारण्य खोले जाएं।
स्वीकृत नहरों का काम समय सीमा में शीघ्र पूर्ण किए जाएं।
सभी फसलों की एमएसपी दी जाए, उससे नीचे फसल नहीं खरीदी जाए।
किसानों के झूठे प्रकरण वापिस हों।
पूसा बासमती धान को जीआई टैग प्रदान किया जाए।
धान 3100 रुपए व गेहूं 2700 रुपए प्रति क्विंटल खरीदा जाए।
हजारों गांवों से आए किसान
मध्यभारत प्रांत के हजारों गांवों से रात से ही किसानों (MP Kisan Protest) का आना शुरू हो गया था। समाचार लिखे जाने तक भारी संख्या में किसानों का आना जारी था। दूर-दूर गांवों से किसान अपने साधन वाहन से राजधानी पहुंच रहे हैं। किसानों का यह प्रदर्शन सरकार और प्रशासन के समक्ष उनकी मांगों को लेकर एक बड़ा संदेश दे रहा है।